#1118052021/srajedupoint@gmail.com Sraj edu. point (directed by SD sir) Class:-12th Political science क्यूबा मिसाइल संकट तो आईये जानते हैं कि आख़िर क्या था ‘क्यूबा मिसाइल संकट’ और कैसे इसके भयावह परिणामों को रोका गया– जब साथ आए क्यूबा और रूस बात 1960 के दशक की है. शीतयुद्ध के दौर में अमेरिका की परमाणु ताकत सोवियत संघ के मुकाबले कई गुना अधिक थी. अमेरिका के पास रूस को निशाना बनाने में सक्षम लंबी दूरी की 170 से ज्यादा अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें थीं, जबकि सोवियत रूस के पास ऐसी गिनी-चुनी मिसाइलें ही थीं. अमेरिका ने सोवियत संघ को नियंत्रण में रखने के लिए अपने सहयोगी इटली और तुर्की के यहां मिसाइलों के अड्डे बना रखे थे. इसके कारण सोवियत यूनियन पर अमेरिकी आक्रमण का डर मंडराता रहता था. ऐसे में सोवियत ने समझदारी दिखाते हुए, अपने नए दोस्त फिदेल कास्त्रो के सहारे अमेरिका की शक्ति पर नियंत्रण करने की सोची. वहीं दूसरी ओर, क्यूबा भी अमेरिका की दख़लअंदाज़ी से परेशान था. क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो के नेतृत्व में बनी कम्युनिस्ट सरकार को गिराने के लिए अमेरिका लगातार प्रयास कर रहा था. इसके...